आज हम रिव्यु करेंगे ‘द कश्मीर फाइल्स’ फिल्म का जिसका दर्शकों को बेशब्री से इंतज़ार था। आखिरकार लम्बे इंतज़ार के बाद ये फिल्म आज सिनेमाघरों में लग चुकी हैं। फिल्म को रिलीज़ ना किया जाए इसको लेकर भी बहुत बवाल हुआ था।
हमारे देश के ही कुछ लोग नहीं चाहते थे की जो भी कश्मीर में “कश्मीरी पंडितों” के साथ हुआ था वो सच कभी बाहर आए। लेकिन, मैं प्रशंसा करना चाहूँगा फिल्म के डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री की जिन्होंने ये साहसी कदम उठाया।
द कश्मीर फाइल्स मूवी रिव्यू
रेटिंग: 4.5/5 (शानदार)
मजबूत पॉइंट: फिल्म की कहानी, कलाकारों की एक्टिंग, फिल्म का डायरेक्शन
कमजोर पॉइंट: फिल्म की लम्बाई, फिल्म का संगीत
“द कश्मीर फाइल्स” का विस्तार से रिव्यु करते हैं और जानते हैं ये फिल्म आपको देखनी चाहिए या आप इसे मिस भी कर सकते हैं।
फिल्म का नाम | द कश्मीर फाइल्स |
स्टारकास्ट | अनुपम खेर, मिथुन चक्रवर्ती, दर्शन कुमार, पल्लवी जोशी, पुनीत इस्सर, मृणाल कुलकर्णी |
रिलीज़ की तारीख | 11 मार्च 2022 |
फिल्म की अवधि | 2 घंटे 50 मिनट |
भाषा | हिंदी |
लेखक | विवेक अग्निहोत्री, सौरभ एम पाण्डेय |
प्रोडूसर | तेज नारायण अग्रवाल, अभिषेक अग्रवाल, पल्लवी जोशी, विवेक अग्निहोत्री |
डायरेक्टर | विवेक अग्निहोत्री |
द कश्मीर फाइल्स मूवी रिव्यू: स्क्रिप्ट विश्लेषण
द कश्मीर फाइल्स फिल्म की कहानी कश्मीर के अध्यापक पुष्कर नाथ पंडित (अनुपम खेर) की जिंदगी के आस पास दिखाई गयी हैं। अपने दादा की अंतिम इच्छा पूरा करने कृष्णा (दर्शन कुमार) दिल्ली से कश्मीर आ जाता है। कृष्णा अपने दादा के खास दोस्त ब्रह्मा दत्त (मिथुन चक्रवर्ती) के पास रुक जाते है और वहाँ पर पुष्कर के और भी दोस्त कृष्णा के पास आ जाते हैं। और उसके बाद फिल्म फ्लैशबैक में चली जाती है।
फ्लैशबैक में 1990 के कश्मीर को दिखाया जाता हैं। उसके बाद कैसे कश्मीरी पंडितो को कश्मीर छोड़ने के लिए बोला जाता हैं उन्हें डराया, धमकाया जाता हैं। फिल्म में कश्मीरी पंडितो के दुःख, दर्द उनके कश्मीर छोड़ने की कहानी फिल्म में दिखाई गयी हैं जिसे देखकर आपका दिल पसीज जाएगा।
द कश्मीर फाइल्स मूवी रिव्यू: अभिनय
फिल्म की स्टारकास्ट के अभिनय की बात करे तो मैं बताना चाहूंगा की फिल्म का सबसे स्ट्रांग पॉइंट ही कलाकारों की एक्टिंग हैं। फिल्म में प्रत्येक कलाकार ने अपने करियर का सबसे बेस्ट रोल निभाया हैं।
अनुपम खेर जो अकेले ही अपनी एक्टिंग से फिल्म में जान डाल देते हैं। उनके द्वारा निभाया गया पुष्कर नाथ पंडित का किरदार उनसे अच्छा कोई भी नहीं कर सकता था और ये आपको फिल्म में पता चल जाएगा। वैसे तो अनुपम खेर ने कई दशकों से बॉलीवुड को एक से भड़कर एक फिल्मे दी हैं। लेकिन उनके द्वारा इस फिल्म में की गयी एक्टिंग उनके करियर की बेस्ट एक्टिंग की लिस्ट को भड़ाती हैं।
बात करे मिथुन चक्रवर्ती के अभिनय की तो एक बार फिर से उन्होंने साबित कर दिया की वह बॉलीवुड के महान अभिनेता हैं जिसने दशकों तक बॉलीवुड पर राज किया हैं।
दर्शन कुमार पहले ही “आश्रम” वेब सीरीज में अपना कमाल दिखा चुके हैं लेकिन “द कश्मीर फाइल्स” फिल्म में एक स्टूडेंट लीडर के रोल को बहुत ही बखूबी से निभाया हैं।
पल्लवी जोशी इस नाम को आप जानते ही होंगे जिसने ‘द ताशकंद फाइल्स’ में इतना बेहतरीन काम किया था। द ताशकंद फाइल्स फिल्म के लिए उन्हें बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर का नेशनल अवॉर्ड दिया गया था। और एक बार फिर से वो नेशनल अवार्ड की लिस्ट में सबसे आगे हैं। द कश्मीर फाइल्स में उन्होंने एक बार से साबित किया की फिल्म में जान अभिनय से ही डाल सकते हैं।
इस प्रकार फिल्म के बाकी सभी कलाकारों ने अपने रोल के साथ न्याय किया हैं।
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द कश्मीर फाइल्स मूवी रिव्यू: संगीत
द कश्मीर फाइल्स फिल्म में अगर किसी चीज ने निराश किया हैं तो वो हैं इसका संगीत। फिल्म का संगीत उस लेवल का नहीं बन पाया जिससे फिल्म में और भी जान डल सकती थी। लेकिन फिर भी फिल्म में कश्मीरी गानों से हमारे दिल को लुभाने की पूरी कोशिश की गयी हैं। फिल्म में एक से भड़कर एक बेहतरीन सीन्स हैं जो हमारे दिल को छूते हैं, रुलाते हैं लेकिन फिल्म का बैकग्राउंड म्यूजिक भी निराश करता हैं।
द कश्मीर फाइल्स मूवी रिव्यू: फिल्म निर्देशन
फिल्म के डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री वैसे तो पहले भी अपना कमाल “The Tashkent Files” के जरिये दिखा चुके हैं। जिस विषय पर लोग बात तक नहीं करना चाहते हैं उस विषय पर फिल्म बनाना वाक्य ही काबिले तारीफ़ हैं। इससे पहले फिल्मकार “विधु विनोद चोपड़ा” ने भी इस विषय पर ‘शिकारा’ नामक फिल्म बनायीं थी लेकिन जो काम विवेक अग्निहोत्री ने किया हैं वो आने वाले वक़्त तक याद किया जाएगा।
विवेक अग्निहोत्री ने फिल्म का निर्देशन बहुत ही बखूबी से किया हैं और फिल्म के एक एक सीन में काफी बारीकी से काम किया हैं जो आपको फिल्म देखने पर पता लगेगा। फिल्म में पहले जो कश्मीरी पंडितों के साथ अन्याय हुआ था और कैसे उन्हें अपने घरों को छोड़कर पलायन करना पड़ा था, उस दर्द को महसूस करके ही फिल्म बनाई हैं और दर्शकों का प्यार पाने में कामयाब भी हुए हैं।
द कश्मीर फाइल्स मूवी: “देखें या छोड़े”
द कश्मीर फाइल्स मूवी आपको जरूर देखनी चाहिए, ये 1990 में हुए कश्मीरी पंडितो के साथ नरसंहार की वास्तविकता को दिखाती हैं। फिल्म में प्रत्येक कलाकार ने अपना 100 प्रतिशत दिया हैं और फिल्म के डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री ने बहुत ही शानदार ढंग से इस सच्ची घटना को दर्शकों तक पहुंचाने का काम किया हैं। यह फिल्म बार बार देखने लायक है ताकि आप उस दर्द को महसूस कर सके जो कश्मीरी पंडितो ने सहन किया था ।